पेन ड्राइव क्या है? – What is pen drive

पेन ड्राइव एक स्टोरेज डिवाइस होती है, इसको आप अपनी फाइल को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, चाहे वह फाइल किसी भी फॉर्मेट में हो वीडियोस, आडियो , फाइल, डॉक्यूमेंट आदि सभी तरह के फाइल को इसके अंदर स्टोर करके रख सकते हैं, इसके द्वारा आप अपने कंप्यूटर के डिवाइस को किसी दूसरे डिवाइस में भेज सकते हैं।

यह एक कॉमनली यूएसबी फ्लैश ड्राइव होती हैं, इसका डिजाइन काफी आसान होता है इसको आप कहीं भी आसानी से ले जा सकते हैं इसका वेट काफी ज्यादा कम होता है जिसके वजह से इसको कहीं ले जाने में आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होगी, पेन ड्राइव का इस्तेमाल फाइल को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है, यह एक पोटेबल डिवाइस है इसका मतलब इसे आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।

यह पेन के आकार का दिखाई पड़ता है इसलिए इसे पेनड्राइव कहा जाता है, पेन ड्राइव को पूरी दुनिया में बहुत सी जगह में उपयोग में लाया जाता है इसके साथ इसने बहुत सारे स्टोरेज डिवाइस जैसे कि सीडी, को आसानी से रिप्लेस कर दिया है क्योंकि यह उनसे दोनों डाटा स्टोरेज कैपेसिटी और ट्रांसफर स्पीड में बेहतर होता है।

पेन ड्राइव या यूएसबी फ्लैश ड्राइव को यूएसबी पोर्ट के द्वारा कंप्यूटर में कनेक्ट किया जाता है जो कि कंप्यूटर मदरबोर्ड पर अवेलेबल होते हैं इन डिवाइस को एक्सटर्नल पावर सप्लाई की जरूरत नहीं होती क्योंकि यह पावर डायरेक्टली यूएसबी पोर्ट से ही लेती है ऑपरेट करने के लिए।

पेन ड्राइव क्या है - What is pen drive
पेन ड्राइव क्या है – What is pen drive

पेन ड्राइव की विशेषता(features of pen drive in Hindi):-

यह बहुत से मटेरियल जैसे कि प्लास्टिक, मेटल आदि से बना होता है।

इसकी लंबाई बहुत से प्रकार की होती है, जैसे कि 1 सेंटीमीटर से 6 सेंटीमीटर तक।

इसकी कैपेसिटी 512mb से 128GB तक होती है।

यह बहुत ही पोर्टेबल होता है जिससे इसे कहीं भी कभी भी आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसकी थिकनेस 1 सेंटीमीटर से 3 सेंटीमीटर तक होती है।

1.Transfer files :-

एक पेन ड्राइव को एक इंटरफेसिंग डिवाइस के हिसाब से फाइल ट्रांसफर जैसे कि डॉक्यूमेंट, MP3, आदि को एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक ट्रांसफर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, इसमें फाइल को सेलेक्ट करके ट्रांसफर किया जाता है।

2.Portability :-

यह बहुत हल्का और छोटा होता है जिसे कहीं भी ले जाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।

3.Backup storage:-

सारे पेन ड्राइव में पासवर्ड इनस्क्रिप्शन फीचर होता है जिससे महत्वपूर्ण इंफॉर्मेशन, मेडिकल रिकॉर्ड और फोटो आदि को बैकअप किया जा सकता है।

4.Transport Data :-

इसका इस्तेमाल करके बड़े-बड़े फाइल और लेक्चर को कहीं भी ट्रांसपोर्ट कर सकते हैं।

5.Promotional Tool :-

बहुत से कंपनी और बिजनेस अब इस पेनड्राइव का उपयोग सेल्स को प्रमोट करने के लिए करते हैं जिससे यह उनके मार्केटिंग टूल को लोगों तक पहुंचा सकें।

पेन ड्राइव क्या है - What is pen drive
पेन ड्राइव क्या है – What is pen drive

पेनड्राइव को किन-किन डिवाइसों से कनेक्ट कर सकते है:-

मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, म्यूजिक सिस्टम इन सभी के अंदर इसको आसानी से कनेक्ट कर सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां पर इन सभी डिवाइसेस के अंदर यूएसबी पोर्ट दिया जाता है, जिसका इस्तेमाल करके आप अपने पेन ड्राइव को किसी भी डिवाइस के साथ आसानी से कनेक्ट कर सकते हैं।

पेनड्राइव की स्टोरेज क्षमता (pen drive storage capacity):-

इसमें आपको मिनिमम स्टोरेज से लेकर हायर स्टोरेज तक के ऑप्शन मिल जाते हैं। 256mb तक, तथा 1 टेराबाइट का भी स्टोरेज अवेलेबल होता है, इसमें बहुत सारे ऑप्शन है आप जिस भी रेंज का खरीदना चाहे आसानी से खरीद सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं।

पेनड्राइव बेस्ट ब्रांड कंपनी:-

SanDisk, HP

मोबाइल में पेन ड्राइव को कैसे कनेक्ट करते हैं:-

मोबाइल में पेन ड्राइव से डाटा ट्रांसफर करने के लिए एक ओटीजी केबल की आवश्यकता होती है और पेन ड्राइव जिससे डाटा ट्रांसफर करना है,

1. इसके लिए सबसे पहले हम ओटीजी केबल में पेनड्राइव को कनेक्ट करेंगे,

2. कनेक्ट करने के बाद, केबल को अपने मोबाइल के चार्जिंग प्वाइंट में कनेक्ट करेंगे,

3. इसके बाद आपको अपने फोन में जाना है, आपके फोन में नोटिफिकेशन बार में ओटीजी केबल या यूएसबी ड्राइव का ऑप्शन दिखेगा उसमें आपको क्लिक करना है,

4. क्लिक करने के बाद आप सीधे यूएसबी में पहुंच जाएंगे, इसके अलावा फाइल मैनेजर के द्वारा भी यूएसबी में जा सकते हैं।

5. यूएसबी में जाने के बाद यूएसबी के फोल्डर दिख जाएंगे जिस डाटा को आपको कॉपी करना हो उसे सेलेक्ट करके आप कॉपी कर सकते हैं,

6. सेलेक्ट करने के बाद मूव के ऑप्शन पर क्लिक कर देंगे, और मेमोरी कार्ड को सेलेक्ट कर लेंगे,

7. इसके बाद पेस्ट का ऑप्शन आएगा उस पर क्लिक कर देंगे तो डाटा मेमोरी कार्ड से ट्रांसफर हो जाएगा ।

पेनड्राइव का इतिहास (History of pendrive):-

पेनड्राइव के इन्वेंशन से पहले फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था, जिसकी मिनिमम कैपेसिटी 80 केवी और मैक्सिमम कैपेसिटी 240 एमबी हुआ करती थी, फ्लॉपी डिस्क एक मेगनिफेस्टर डिवाइस था, इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफ़ेस हुआ करता था, सीडी का इस्तेमाल भी हुआ पर वह खराब हो जाती थी

इन सभी के सलूशन पेन ड्राइव था, पेन ड्राइव का पहला पैटर्न 1999 में M-सिस्टम के एक कंपनी ने जो मल्टीबेस था, 15 दिसंबर सन 2000 को आईबीएम ने जो पेनड्राइव बनाए उसकी कैपेसिटी 8MB थी, बाद में Pua Khein Seng और मलेशिया के रहने वाले एक निवासी ने उसे सिंगल चीप में कन्वर्ट किया,

सन 2012 में 256 जीबी की पेनड्राइव मार्केट में अवेलेबल हुई,kingstan द्वारा 2GB की पेनड्राइव अवेलेबल हुई जिसे डाटाट्रैवलर अनलिमिटेड जीटी(Generation Tenement)के नाम से जाना जाता है। यूएसबी की खोज अजय भट्ट ने की है जो एक भारतीय है।

पेन ड्राइव क्या है - What is pen drive
पेन ड्राइव क्या है – What is pen drive

पेन ड्राइव के फायदे(advantage of pen drive in Hindi):-

1. पेन ड्राइव की स्टोरेज क्षमता 512mb से 128GB से अधिक तक होती है, आप अपनी आवश्यकता के अनुसार पेन ड्राइव कर सकते हैं।

2. पेनड्राइव मार्केट में बहुत कम कीमत में मिल जाती है।

3. अपने महत्वपूर्ण डाटा, डॉक्यूमेंट, आदि फाइल को पेनड्राइव में स्टोर करके रख सकते हैं।

4. पेन ड्राइव का आकार छोटा होता है और इसका वजन भी हल्का होता है जिससे कहीं भी और कभी भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

5. पेन ड्राइव में हम अपने कंप्यूटर का back up बना सकते हैं।

पेन ड्राइव के नुकसान(disadvantage of pen drive in Hindi):-

1. पेन ड्राइव छोटे आकार के होते हैं इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि यह खो सकती हैं।

2. पेनड्राइव की मदद से कंप्यूटर वायरस आ सकते हैं इसलिए पेनड्राइव को समय-समय पर वायरस स्कैन करते रहना चाहिए।

3. पेन ड्राइव के स्टोरेज कैपेसिटी हार्ड डिस्क से बहुत कम होते हैं।

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पेन ड्राइव के अन्य नाम;-

यूएसबी ड्राइव, यूएसबी मेमोरी, फ्लैश ड्राइव, जंप ड्राइव, आदि नाम होते हैं।

Uses of pen drive (पेनड्राइव का उपयोग):-

1. इसका उपयोग डॉक्यूमेंट, इमेज, वीडियो आदि को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

2. पेन ड्राइव पर इस्तेमाल बैकअप रखने के लिए किया जाता है।

3. पेनड्राइव के सहायता से हम किसी अन्य कंप्यूटर में भी अपने पेन ड्राइव में फाइलों को एक्सेस कर सकते हैं यह पोर्टेबल होता है जिससे कहीं भी ले जाकर यूज कर सकते हैं।